17 जनवरी 1945 को ग्वालियर में जन्मे बॉलीवुड के मशहूर गजल गायक और स्क्रीन राइटर जावेद अख्तर (Javed Akhtar) भारतीय सिनेमा में काफी प्रसिद्ध नाम है। इनकी वर्तमान उम्र 77 वर्ष है। जावेद अख्तर ने भारतीय सिनेमा में जो गजलें पेश की है वह सुनकर केवल पूरा भारतीय सिनेमा ही नहीं बल्कि दुनिया भर के गजल श्रोता भावविभोर हो जाते हैं।
जावेद अख्तर का जन्म भले ही ग्वालियर में हुआ था लेकिन उनका बचपन ज्यादातर लखनऊ उत्तर प्रदेश में ही गुजरा और उन्होंने अपने प्रारंभिक पढ़ाई लखनऊ स्थित स्कूल से पूरी की जिसके बाद उन्होंने सैफिया कॉलेज भोपाल से स्नातक की डिग्री हासिल की।
जावेद अख्तर केवल गजल और फिल्मों से ही नहीं जुड़े रहे और उन्होंने राजनीति में भी अपना हाथ आजमाया और 2009 में वह राज्यसभा के मेंबर भी बने थे।
ऊंचाई एवं शारीरिक शिक्षा | Javed Akhtar Body Measurements
जावेद अख्तर की लंबाई 165 सेंटीमीटर है और उनका वजन 75 किलोग्राम के आसपास है जावेद अख्तर की आवाज बेहद खूबसूरत है जिसके कारण जब वह गजल सुनाते हैं तो लोग उनके गजलों के दीवाने हो जाते हैं। जावेद अख्तर ने कई लाइव कार्यक्रम में अपने गजल पेश की है और वह दुनिया में हर जगह अपनी गजलों को सुनाने के लिए जाया करते थे।
माता-पिता एवं परिवार
जावेद अख्तर के पिता का नाम जान निसार अख्तर था और वह बॉलीवुड के जाने-माने सॉन्ग राइटर थे, जावेद अख्तर की मां का नाम साफिया अख्तर था और वह बॉलीवुड के कई गानों में अपनी आवाज दे चुकी है और वह एक जानी-मानी गायिका थी। जावेद अख्तर के दो भाई हैं जिनका नाम सलमान अख्तर और शाहिद अख्तर है वहीं जावेद अख्तर की दो बहने भी हैं जिनका नाम उनेजा अख्तर और अलबीजा अख्तर है।

जावेद अख्तर की पत्नी और बच्चों के बारे में जानिए
जावेद अख्तर ने अपने जीवन में दो शादी की है उन्होंने पहली शादी हनी ईरानी से किया था जिनके दो बच्चे हैं और उनका नाम बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता और फिल्म निर्माता फरहान अख्तर है वहीं उनकी बेटी बॉलीवुड की मशहूर निर्देशक जोया अख्तर है।
इन्होंने दूसरी शादी बॉलीवुड की खूबसूरत अभिनेत्री शबाना आजमी से किया था और इन दोनों की एक बेटी है जिनका नाम कैफी आज़मी है दूसरी शादी करने के बाद जावेद अख्तर ने अपनी पहली पत्नी हनी ईरानी को तलाक दे दिया था।।
करियर
जावेद अख्तर बॉलीवुड के मशहूर गजल गायक रह चुके हैं और उन्होंने 1971 में रिलीज हुई राजेश खन्ना की मशहूर फिल्म अंदाज की कहानी लिखा था।
इस फिल्म की सफलता के बाद 1971 में ही उन्होंने मुकेश कुमार की फिल्म अधिकार की भी कहानी लिखा और यह फिल्म भी सफलता की बुलंदियों पर पहुंच गया था। इसके बाद जावेद अख्तर को कई बड़ी फिल्मों में कहानियां लिखने के लिए ऑफर आने लगे और उन्होंने इसके बाद 1971 में ही राजेश खन्ना की आई दूसरी फिल्म हाथी मेरे साथी की कहानी लिखा जो कि आज भी फिल्म बॉलीवुड में काफी दिलचस्पी से देखा जाता है।
Also Read: अजित कुमार का जीवन परिचय
1972 में फिल्म सीता और गीता और 1973 में फिल्म यादों की बारात सुपरहिट साबित हुई थी और इन फिल्मों को बॉलीवुड की एवरग्रीन फिल्मों में से एक कहा जाता है। इन फिल्मों की सफलता के बाद जावेद अख्तर ने अमिताभ बच्चन के कैरियर की सुपरहिट फिल्म जंजीर में काम किया और यह फिल्म 1973 में रिलीज होने के बाद बॉलीवुड की सभी फिल्मों को रिकॉर्ड तोड़ते हुए अपार सफलता हासिल करने में कामयाब हुई थी।
1975 में रिलीज हुई अमिताभ बच्चन और शशि कपूर की मशहूर फिल्म दीवार की कहानी भी जावेद अख्तर ने ही लिखा था और इस फिल्म के डायलॉग आज भी लोगों की जुबान पर तैरते रहते हैं।
1975 में ही रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनाई गई अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, जया बच्चन और हेमा मालिनी की मशहूर फिल्म शोले का स्क्रीन्राइटिंग भी जावेद अख्तर ने ही किया था और यह फिल्म बॉलीवुड इतिहास की सबसे मशहूर फिल्म मानी जाती है और इस फिल्म के डायलॉग आज भी बॉलीवुड की और फिल्मों में कॉपी किया जाता है।
जावेद अख्तर ने अपने बेटे फरहान अख्तर के निर्देशन में बनाई गई कई फिल्मों की कहानियों को लिखा है जिसकी वजह से जावेद अख्तर को काफी प्रसिद्धि मिली है। जावेद अख्तर केवल फिल्मों में स्क्रीन्राइटर तक ही सीमित नहीं रहे और उन्होंने कई फिल्मों में गानों के लिरिक्स भी लिखें जिसमें उन्होंने अपनी पहली ही फिल्म 1981 में रिलीज हुई सिलसिला के गानों से लोगों को काफी रोमांचित किया था और इस फिल्म के गानों में के लिरिक्स आज भी लोग काफी दिलचस्पी से सुनते हैं।